🌴भगवान मंगलनाथ बाबा के दरबार में देश-विदेश से जो भी श्रद्धालु आते हैं सब की मनोकामना पूर्ण होती है ,,,, 🚩आखिर गर्भ ग्रह में कौन पूजा करेगा और कौन नहीं इसको लेकर जो विवाद छिड़ा है उसे पर विराम लगना चाहिए 🚩क्योंकि इससे शहर और मंदिर की छवि पर कहीं ना कहीं विपरीत असर पड़ता है,,,, शह और मात की इस लड़ाई में कभी एक पक्ष का पलड़ा भारी होता है तो कभी दूसरे पक्ष का ,✅,,,,स्थानीय प्रशासन से लेकर मध्य प्रदेश शासन और हाई कोर्ट से लेकर मंगलनाथ मंदिर के पंडितजनो में भी धर्म संकट व्याप्त हो गया है,,,,भगवान मंगलनाथ सभी का कल्याण करते हैं💥 ,,,,,वही मंदिर के पुजारी गुटों के बीच वर्चस्व को लेकर लंबे समय से लड़ाई चल रही है,,,,, अब मंगलनाथ मंदिर से निकलकर धर्मस्व विभाग तक और एसडीएम कार्यालय से लेकर हाईकोर्ट की दहलीज तक घटनाक्रम पहुंच गया है ।।💬।।धर्मस्व विभाग ने जहां मंगलनाथ मंदिर के पुजारी दिप्तेश गुरु दुबे को हटाने के आदेश जारी कर दिए ,,,,,,,वही एसडीम एल एन गर्ग भी प्रक्रिया आगे बढ़ाने वाले थे ,,,♨️,,तभी मंगलनाथ के पुजारी दिप्तेश गुरु दुबे पर भगवान मंगलनाथ की कृपा बरसी,,,,उन्हें इंदौर हाई कोर्ट से स्टे प्राप्त हो गया,,,💢, इधर किसी ने मंगलनाथ मंदिर पर पर्चे भी चश्पा करवा दिए जिसमें दिप्तेश गुरु दुबे के संबंध मे आदेश का उल्लेख किया गया है,,,, ✅जनता की अदालत ने पूरे मामले को लेकर एसडीएम एल एन गर्ग से चर्चा की तो ,,,उन्होंने कहा कि मंगलनाथ मन्दिर के गर्भग्रह में 8 पुजारी रहेंगे या 4 पुजारी रहेंगे ,,,,इसको लेकर उहापोह का दौर चल रहा था,, ♀️ऐसे में भारती गुट के चार लोग रहेंगे यह निर्णय धर्मस्व विभाग मध्यप्रदेश शासन ने लिया ।।।।।साथ ही 1997 – 98 के बीच हुई दिप्तेश गुरु दुबे की नियुक्ति को मानने से इनकार कर दिया गया,,,,,, इसी बीच इंदौर हाई कोर्ट ने दिप्तेश गुरु दुबे को हाल फिलहाल स्टे दिया है ।।♂️।अगली सुनवाई तक श्री दुबे मंगलनाथ मंदिर में बने रहेंगे।।।। कुल मिलाकर शह और मात की लड़ाई में उज्जैन प्रशासन के जिम्मेदार से लेकर श्रद्धालु और हाई कोर्ट से लेकर प्रदेश सरकार की जिम्मेदार धर्म संकट में पड़ गए हैं ,,,,,,,🔆क्योंकि कोई भी किसी के पेट पर लात मारना नहीं चाहता फिर आखिर ऐसा क्या मसाला हुआ कि वर्षों का आपसी तालमेल कोर्ट कचहरी की दिल्ली तक पहुंच गया । कुल मिलाकर हाल फिलहाल दिप्तेश गुरु दुबे पर मंगलनाथ की कृपा बरसी है,,,,, 👑और उन्हें स्टे भी प्राप्त हो गया है,,,,, देखना है बारी-बारी से सबको पूजा का अधिकार मिलता है या नही,,, 🌿हालांकि होगा वही जो महामंगल चाहेंगे,,,,, क्योंकि उज्जैन महाकाल बाबा की नगरी है और मंगलनाथ भगवान सभी की मनोकामना यहां पूर्ण करते हैं।🌼 इधर जनता की अदालत ने जब दिप्तेश गुरु दुबे से चर्चा करना चाही तो वह पूजन में व्यस्त थे उनके पुत्र ने कहा में संदेश दे दूंगा।। यहां यह मार्मिक उल्लेख करना जरूरी है कि दिप्तेश गुरु दुबे के भाई संजय पुजारी भी मंगलनाथ मंदिर पर सेवाएं देते थे,,,, 🌷लेकिन कोरोना के दौरान उनकी तबीयत अधिक खराब हो गई ,,,,,बाद में उनका एक पैर भी डॉक्टरो को काटना पड़ा ऐसे में दुबे परिवार पर कई तरह के आर्थिक व पारिवारिक संकट के साथ-साथ अब इस तरह की समस्या उत्पन्न होना सबके लिए सोचनीय है,,,, मानवता के दृष्टिकोण से यदि जिम्मेदार निर्णय लेंगे तो सभी के लिए श्रेयकर होगा 🌐@”@@जनता की अदालत –संपादक –प्रमोद व्यास 8602526457 उज्जैन
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